इराक में कनाडा के राजदूत, पॉल गिब्बार्ड हाल ही में नजफ़ में स्थित रौज़ा ए इमाम अली (अस) पहुंचे थे जहाँ उन्होंने हरम में मौजूद तमाम जगहों को देखा। अपनी यात्रा में वह न सिर्फ वहां आने वाले लोगों से प्रेरित हुए बल्कि इमाम अली (अस) की शख्सियत से भी मुत्तासिर हुए।
उन्होंने रौज़ा ए इमाम अली (अस) के मीडिया सेंटर को एक प्रेस बयान में कहा, “यह इस पवित्र स्थल की मेरी पहली यात्रा है। यहाँ आने के बाद मैं अपने अंदर की खुशी की भावना बयान नहीं कर सकता हूँ। यह जगह मानवता, शांति और सुकून से भरी हुई है।”
“यह देखते हुए कि लोग ज़ियाराह कैसे करते हैं, हालांकि वह अलग जातियों और जातीय समूहों के हैं और मुझे यह महसूस हुआ की उन्हें उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने के लिए, इन सुविधाओं को किसी व्यक्ति को तब तक नहीं पाया जा सकता जब तक कि वह मानवता, उच्च मानकों और सही गुणों से विशेषता न हो,” उन्होंने कहा।
यह कोई पहला मौका नहीं है जब रौज़ा ए इमाम अली (अस) पर कोई दूसरे देश के राजनितिक व सियासी लोग आये हैं। इससे पहले भी दूसरे देशों से लोग यहाँ आते रहे हैं।
Source: Imam Ali (as) Shrine
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